"Mitti Ki Khushboo – Deshbhakti Kavita Hindi Mein"
" यह एक भावनाओं से भरी देशभक्ति और प्रकृति प्रेम की कविता है, जिसमें गाँव की मिट्टी की खुशबू और भारत की आत्मा को महसूस किया जा सकता है।" "Mitti Ki Khushboo" हवा में घुली है मिट्टी की खुशबू, बरसात की बूंदें जैसे सपनों की रूबरू। गाँव की गलियों में बच्चों की हंसी, पेड़ों के साए में ठंडी-सी फुहार बसी। चाँदनी रात में खेतों की बातें, सितारों के नीचे चलती हैं मुलाक़ातें। नदी के किनारे लहरों का गीत, हर कोना सुनाए अपनी प्रीत। धरती मां की गोदी में सुकून है, हर मौसम में यहाँ जूनून है। ना दौलत, ना शोहरत का मोल, सिर्फ अपनापन और प्यार का बोल। ये मेरी मिट्टी, ये मेरा मान, यहीं से शुरू, यहीं पर अंजाम। दिल से लिखी है ये दास्तान, भारत की धरती, मेरा अभिमान।